हे, हे, हे, रा-रा, रे-रे रे-रे हे, हे, हे, रा-रा, रे-रे रे-रे प्यासी हूँ मैं तुमको पिला के थक गयी हूँ मोड़ों पे रुक के प्यासी हूँ मैं तुमको पिला के थक गयी हूँ मोड़ों पे रुक के प्यासी हूँ मैं तुमको पिला के थक गयी हूँ मोड़ों पे रुक के अश्क तो बहने दो पानी हूँ पानी रहने दो कहाँ से आई? कहाँ से आई? कहाँ है जाना? किसकी बोली बोलना है अब? कहाँ से आई? कहाँ है जाना? किसकी बोली बोलना है अब? किसने है ये खेल रचाया? पुतला बना के तुमको नचाया रे प्यासी हूँ मैं तुमको पिला के थक गयी हूँ मोड़ों पे रुक के हे, मेघा तू भी मेघा तू भी लौट जा रे घर समंदर भूल गई हूँ मेघा तू भी लौट जा रे घर समंदर भूल गई हूँ राख को क्यूँ मुझमे बहाया? टूटे किनारों पे क्यूँ झुकाया सिर प्यासी हूँ मैं तुमको पिला के थक गयी हूँ मोड़ों पे रुक के प्यासी हूँ मैं तुमको पिला के थक गयी हूँ मोड़ों पे रुक के अश्क तो बहने दो पानी हूँ पानी रहने दो धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना (प्यासी हूँ मैं) धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना (हो) धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना (प्यासी हूँ मैं) धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना (प्यासी हूँ मैं) धुम-न, धुम-ना, धिर धुम-ना