सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की ♪ सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की ना अब हैं रोने की ताक़त, ना मुस्कुराने की सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की ♪ क़दम-कदम तेरी हसरत, तेरी जुदाई का ग़म क़दम-क़दम तेरी हसरत, तेरी जुदाई का ग़म तेरे बग़ैर किसी तरह जी ना पाएँ हम हज़ार कोशिशें की तुझको भूल जाने की ना अब हैं रोने की ताक़त, ना मुस्कुराने की सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की ♪ वो ख़्वाब-ख़्वाब सी राहें, वो आँसुओं का सफ़र लुटा है किस तरह लम्हों में तेरे प्यार का घर कहानी कैसे कहूँ दिल के टूट जाने की? सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की ना अब हैं रोने की ताक़त, ना मुस्कुराने की सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की ♪ ना रास आया कभी हमको प्यार का मौसम ना रास आया कभी हमको प्यार का मौसम तमाम उम्र रहा इंतज़ार का मौसम बहुत ही आस थी दिल को बहार आने की ना अब हैं रोने की ताक़त, ना मुस्कुराने की सज़ाएँ पाई हैं कुछ ऐसी दिल लगाने की