भोली सी सूरत,आँखों में मस्ती हाय हाय अरे भोली सी सूरत,आँखों में मस्ती दूर खड़ी शरमाये ए है एक झलक दिखलाई कभी कभी आँचल में छुप जाए ए है मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वह आये भोली सी सूरत आँखों में मस्ती दूर खड़ी शरमाये ए है एक झलक दिखलाई कभी कभी आँचल में छुप जाए ए है हाय हाय मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वह आये भोली सी सूरत,आँखों में मस्ती ए है लड़की नहीं है,वोह जादू है और कहा क्या जाये रात को मेरे ख्वाब में आई वह ज़ुल्फ़े बिखराई आँख खुली तो दिल चाहा फिर नींद मुझे आ जाये बिन देखे यह हाल हुआ देखूं तो क्या हो जाए भोली सी सूरत,आँखों में मस्ती दूर खड़ी शरमाये ए है एक झलक दिखलाई कभी कभी आँचल में छुप जाये ए है मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वह आये भोली सी सूरत,आँखों में मस्ती ए है सावन का पहला बादल उसका काजल बन जाए मौज उठे सागर में जैसे ऐसे कदम उठाये रब ने जाने किस मिट्टी से उसके अंग बनाये चुम से काश कहीं से मेरे सामने वो आजाये भोली सी सूरत आँखों में मस्ती दूर खड़ी शरमाये ए है एक झलक दिखलाई कभी कभी आँचल में छुपजाये ए है मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वह आये भोली सी सूरत,आँखों में मस्ती दूर खड़ी शरमाये ए है ए है