जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया, जीवन बीत गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया, जीवन बीत गया ♪ ख़ुशियों के हर फूल से मैंने ग़म का हार पिरोया प्यार तमन्ना थी जीवन की, प्यार को पा के खोया अपनों से ख़ुद तोड़ के नाता, अपनेपन को रोया ...अपनेपन को रोया जब तक मैंने समझा अपना क्या है सपना टूट गया, सपना टूट गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया, जीवन बीत गया ♪ जीवन के किस मोड़ पे आके दूर हुए वो दिल से आँधी समय की उड़ा के ले गईं मेरे नशेमन के तिनके वादे करके प्यार-वफ़ा के, बिछड़े साथी मिल के ...बिछड़े साथी मिलके जब तक मैंने समझा साथ क्या है साथी छूट गया, साथी छूट गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया, जीवन बीत गया ♪ टूटे रिश्ते, याद में उनकी क्यूँ भीगी हैं पलकें? टूटे रिश्ते, याद में उनकी क्यूँ भीगी हैं पलकें? बिखरे-बिखरे दिल के टुकड़े उनकी ख़ातिर तड़पे प्यासी आँखें पी जाएँ आँसू, आँखों से ना छलके ...आँखों से ना छलके जब तक मैंने समझा आँसू क्या है दामन भीग गया, दामन भीग गया जब तक मैंने समझा जीवन क्या है जीवन बीत गया, जीवन बीत गया