बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा वोह ख़्वाबों के दिन वह किताबों के दिन वोह ख़्वाबों के दिन वह किताबों के दिन सवालों की रातें जवाबों के दिन कई साल हमने गुज़ारे यहां यहीं साथ खेले हुए हम जवान, हुए हम जवान था बचपन बड़ा आशिक़ाना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा ना बिछड़ेंगे मर के भी हम दोस्तों ना बिछड़ेंगे मर के भी हम दोस्तों हमें दोस्ती की क़सम दोस्तों पता कोई पूछे तो कहते हैं हम के एक दूजे के दिल में रहते हैं हम, रहते हैं हम नहीं और कोई ठिकाना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा