Kishore Kumar Hits

Ghulam Ali - Baharon Ko Chaman Yaad Aa Gaya şarkı sözleri

Sanatçı: Ghulam Ali

albüm: Ghazals - Ghulam Ali


बहारों को चमन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
लचकती शाख़ ने जब सर उठाया
लचकती शाख़ ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया है
किसी का बाँकपन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
ज़माने का चलन याद आ गया है
ज़माने का चलन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है

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