शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया ख़ुद तूने विष पिया औरों को अमृत पिलाया तेरे जैसा योगी ना मिला है ना पाया साँसें तब तक चलेगी जब तक रहेगा तेरा साया (भोले!) शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया ♪ तू अघोरी, भस्म-सनी तेरी काया त्रिशूल उठा के तांडव जब डमरू डमडमाया तू अघोरी, भस्म-सनी तेरी काया त्रिशूल उठा के तांडव जब डमरू डमडमाया काँपी ये धरती, जग घबराया अंबर थरथराया शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया (भोले!) शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया ♪ औरों को दौलत बाँटे ख़ुद से दूर मोह-माया औरों को दौलत बाँटे ख़ुद से दूर मोह-माया साँसो में योगी योगी में संसार समाया शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया शंभु, ये तेरी माया कहीं है धूप, कहीं है छाया