ओ मैं केहा, की हाल ए? करन आ गये सब दंगा इक क़िस्सा सुनो उस दिन दी बात है जब यारा दा पह गया पंगा सब करते हैं मेरी तारीफान तूसी ता जांड़दे ओ मैं किन्ना ए शरीफ़ आन किन्ना चंगा टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम उँची दीवारों वाला इक घर था शरीफों का कुड़ी बैठी थी अंदर छुप के खुला खिड़की का कुण्डा था उँची दीवारों वाला इक घर था शरीफों का कुड़ी बैठी थी अंदर छुप के खुला खिड़की का कुण्डा था (ए की होएया?) कुरती मलमल दी भिज गयी के लाके नाम फिल्लौरी दा बजाके तुंबा सारी पिंड की कुड़ियों का फिल्लौरी नचदा बजाके तुंबा सारी पिंड की कुड़ियों का फिल्लौरी नचदा बजाके तुंबा सारी पिंड की कुड़ियों का फिल्लौरी नचदा... टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम ज्ञान की बात बताता हूँ मैं, सुन लो मेरे क़िस्से कुड़ियों को मैं दाना डालूँ, बन्द कबूतर फस्से झूट मूठ की शरम हया को, करलो सज्जे खब्बे दूध मलाई पिला जाते, फिर मूँछे पोंछे ओ यारा मेरे फिर ना पूछो आगे क्या होगा ओ यारा जब दोनो राज़ी फिर कैसा धोखा बड़े गहरे से पहरे के पीछे गोरी मेम का चेहरा था उसका विलायती पति था थोड़ा थोड़ा जा बेहरा था (ए की होएया?) गोरी के अंग पे जम गया मैला रंग फिल्लौरी दा बजाके तुंबा सारी पिंड की कुड़ियों का फिल्लौरी नचदा बजाके तुंबा सारी पिंड की कुड़ियों का फिल्लौरी नचदा बजाके तुंबा सारी पिंड की कुड़ियों का फिल्लौरी नचदा... टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम टुम लक लक टिम टिम लक लक टिम टिम लक लक टिम लक लक टिम ओ यारा मेरे फिर ना पूछो आगे क्या होगा ओ यारा जब दोनो राज़ी फिर कैसा धोखा ओ यारा मेरे फिर ना पूछो आगे क्या होगा आगे क्या होगा आगे क्या होगा आगे क्या होगा