Kishore Kumar Hits

The Local Train - Dilnawaz şarkı sözleri

Sanatçı: The Local Train

albüm: Vaaqif


फ़िर से वही ये समाँ
चेहरे वही, बदली ज़ुबाँ
ख़ुद-ग़र्ज़ है ये दस्तूर-ए-जहाँ
ऐ, ग़म-ए-दोस्त, तू है कहाँ?
सोचता हूँ, क्यूँ चेहरा है नक़ाब
अजनबी है तू, फ़िर कौन दिलनवाज़?
ना मिला है वो सुकून-ए-दिल, मिला जहाँ

है कश्मकश बे-इम्तहाँ
ये सिलसिले क्यूँ ख़ामख़ाँ?
खाली है दिल अपने, ऊँचे मक़ाँ
ऐ, ग़म-ए-दोस्त, तू है कहाँ?
सोचता हूँ, क्यूँ चेहरा है नक़ाब?
अजनबी है तू, फिर कौन दिलनवाज़?
ना मिला है वो सुकून-ए-दिल, मिला जहाँ

रस्ते वही और हम रवाँ
ख़ुद-ग़र्ज़ है ये दस्तूर-ए-जहाँ
ऐ, ग़म-ए-दोस्त, तू है कहाँ?
सोचता हूँ, क्यूँ चेहरा है नक़ाब?
अजनबी है तू, फ़िर कौन दिलनवाज़?
ना मिला है वो सुकून-ए-दिल, मिला जहाँ

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