Mohabbat Kaam Bhaari ना रोका किसी ने किसी को यहाँ पे बस टोका जो तूने था मुझको वहां पे गलती से गलतियाँ बनने लगी थीं हम ढलने लगे जैसे काले हो बादल हम चादर के नीचे जो होकर भी बिछड़े थे गुजरे कल की बातें पल पल जो खींच रहे थे काजल में तेरे मैंने रहना जो चाहूं तो आ कर मेरे पास पागल कह कर मुझको, वापस तुम अपनाना छुप जाना बादल में परियों की रानी तुम, इंसान आवारा मैं या फ़िर बेचारा मैं चाहत की खोज में राहत जो मिल जाए आहट से तेरे मैं रग रग में हूं जब तक है धड़कन मैं रकबत का रिश्ता हूंँ सुख दुख में तेरे मैं काटूं सवेरे जो आँखों के नीचे जो काले घेरे सारे अपने बना लूँ मैं तुमको चुरा लूंँ मैं तुमसे हम आफ़त-ए-आशिक़ इस कागज़ के टुकड़े पे लिख़ते हैं इश्क़! इजाज़त जो तुम दो तो मुझको तुम समझो तो हस दो तो जानूं मैं चाहत की महफ़िल मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे! हम बातें बनाने में... हम बातें बनाने में... हम बातें बनाने में शायर से बन गए हैं लायक से थे पर नालायक से बन गए हैं खो कर पाऊं तुझको आसां हो मुश्किल तुम कहना मुझको कल को जोकर और बुज़दिल जो सुन कर सारी बातें तुमसे कहूंगा मैं आज़ाद पंछी हूंँ उड़ना जो चाहूंँ, तो मरना भी चाहूंँ मैं गिर कर ज़मीन पर! मोहब्बत करते हैं तुमसे हम पर यकीं कर हम ठोकर खा कर रो कर हँसने लगे हैं दिल ढलने लगे हैं, हम डरने लगे हैं दम लगने लगा है, सर चढ़ने लगा है ग़म बढ़ने लगा है और तुम जो ना हो हर पल थम सा गया है! मैं जितना भी कर सकता उतना करूंगा और फ़ूलों की क्यारी ग़ुलदस्ता भी दूंगा मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे मोहब्बत करते तुमसे हम पर यकीं कर