मुझको इतना बताए कोई (कोई, कोई, कोई) कैसे तुझसे दिल ना लगाए कोई? (कोई, कोई, कोई) रब्बा ने तुझको बनाने में कर दी हैं हुस्न की ख़ाली तिजोरियाँ काजल की सियाही से लिखी हैं तूने जाने कितनों की लव-स्टोरियाँ केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया रंग जाऊँ जो मैं हाथ लगाऊँ दिन बीते सारा तेरी फ़िक्र में रैन सारी तेरी ख़ैर मनाऊँ केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया रंग जाऊँ जो मैं हाथ लगाऊँ दिन बीते सारा तेरी फ़िक्र में रैन सारी तेरी ख़ैर मनाऊँ केसरिया-सरिया-सरिया-सरिया-सरिया केसरिया-सरिया-सरिया (इश्क़ है, पिया) केसरिया-सरिया-सरिया-सरिया-सरिया केसरिया-सरिया-सरिया (इश्क़ है, पिया) पतझड़ के मौसम में भी रंगीं चनारों जैसी झनके सन्नाटों में तू वीना के तारों जैसी Mmm, सदियों से भी लंबी ये मन की अमावसें हैं और तू फुलझड़ियों वाले त्योहारों जैसी चंदा भी दीवाना है तेरा जलती हैं तुझसे सारी चकोरियाँ काजल की सियाही से लिखी हैं तूने जाने कितनों की लव-स्टोरियाँ (लव-स्टोरियाँ) केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया रंग जाऊँ जो मैं हाथ लगाऊँ दिन बीते सारा तेरी फ़िक्र में रैन सारी तेरी ख़ैर मनाऊँ केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया रंग जाऊँ जो मैं हाथ लगाऊँ दिन बीते सारा तेरी फ़िक्र में रैन सारी तेरी ख़ैर मनाऊँ केसरिया-सरिया-सरिया-सरिया-सरिया केसरिया-सरिया-सरिया (इश्क़ है, पिया) केसरिया-सरिया-सरिया-सरिया-सरिया केसरिया-सरिया-सरिया (इश्क़ है, पिया)