गोरी का... गोरी का अँग खिला जाए फूलों की रुत आई रे आँचल में रंग लहराए फूलों की रुत आई रे दुल्हन बनी, सजना मिला (दुल्हन बनी, सजना मिला) सजना से प्यारा सा ललना मिला गोरी का... (होय-होय, गोरी का अँग खिला जाए) (फूलों की रुत आई रे) आँचल में रंग लहराए फूलों की रुत आई रे ♪ (ਬੱਲੇ-ਬੱਲੇ, ਚੰਬੇ ਦੀ ਗੋਰੀਏ) (ਸ਼ਾਵਾ-ਸ਼ਾਵਾ, ਚੰਬੇ ਦੀ ਗੋਰੀਏ) ♪ गोरे तन पे सजे हैं गहने हो, गोरे तन पे सजे हैं गहने गोरी बैठी है रूप सजाए हो, शरमा के झुका ले पलकें कभी मंद-मंद मुस्काए गहनों में सोने का कंगना मिला (गहनों में सोने का कंगना मिला) गोरी का... (होय-होय, गोरी का अँग खिला जाए) (फूलों की रुत आई रे) आँचल में रंग लहराए फूलों की रुत आई रे ♪ मेरे तन में बिजुरिया डोले हो, मेरे तन में बिजुरिया डोले मेरे पग में पायलिया छनकी साथ सखियों के लहरा के नाचूँ ताल देती है धड़कन मन की मुस्काता सपनों का अँगना मिला (मुस्काता सपनों का अँगना मिला) गोरी का... (होय-होय, गोरी का अँग खिला जाए) (फूलों की रुत आई रे) आँचल में रंग लहराए फूलों की रुत आई रे ♪ (ਬੱਲੇ-ਬੱਲੇ, ਚੰਬੇ ਦੀ ਗੋਰੀਏ) (ਸ਼ਾਵਾ-ਸ਼ਾਵਾ, ਚੰਬੇ ਦੀ ਗੋਰੀਏ) ♪ लगे फीकी गुलाबों की क्यारी हो, लगे फीकी गुलाबों की क्यारी शरमीली बहारों ने देखा ढूँढ आई मैं बाग-बगीचे सेबों में, अनारों में देखा गोरी के गालों का रंग ना मिला (गोरी के गालों का रंग ना मिला) गोरी का... (होय-होय, गोरी का अँग खिला जाए) (फूलों की रुत आई रे) आँचल में रंग लहराए फूलों की रुत आई रे दुल्हन बनी, सजना मिला (दुल्हन बनी, सजना मिला) (सजना से प्यारा सा ललना मिला) (गोरी का...) (होय-होय, गोरी का अँग खिला जाए) (फूलों की रुत आई रे) (आँचल में रंग लहराए) (फूलों की रुत आई रे) (फूलों की रुत आई रे) (फूलों की रुत आई रे) (फूलों की रुत आई रे) (फूलों की रुत आई रे)