झन दीया बौज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा झन दीया बौज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा ♪ हाथे की कुटली हाथे में रौली नाखे की नथुली नाखे में रौली लागला बिलौरी का घामा लागला बिलौरी का घामा झन दीया बौज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा ♪ दुख-सुख कती नी होनू च्येली वां लै रुनी ठुल नाना सास-सौर घरा, मै-बाब जसा करला ऊ त्यारा फामा छाना बिलौरी जाण छौ च्येली छाना बिलौरी जाणा नी ज्यूला बोज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा आशीष दिया, भिटणे रैय्या लागला बिलौरी का घामा नी ज्यूला बौज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा आशीष दिया, भिटणे रैय्या लागला बिलौरी का घामा हम जानू बौज्यू हमर, ससुर का देस चौ गंगा का पार जानू, स्वामी का मुलुक बौज्यू की नगरी छूटी, ईज को आंचलो भै-भैणी को साथ छूटो, सखियों का साथ शकुन दे, शकुन दे, शकुन-ए-काज ♪ जब तक रौली च्येली, गंगा ज्यू की धार सूरजे की ज्योत रौली, धरती आगास जब तक औने रौला, जेठ, आसाढ़, फाग तब तक रौलो त्यार अमर सुहाग शकुन दे, शकुन दे, शकुन-ए-काज शकुन दे, शकुन दे, शकुन दे