तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ ये मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ मुझे ग़म है, के मैंने ज़िन्दगी में कुछ नहीं पाया ये ग़म दिल से निकल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ ये दुनिया भर के झगड़े, घर के क़िस्से, काम की बातें बला हर एक टल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ ये मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ नहीं मिलते हो मुझसे तुम, तो सब हमदर्द हैं मेरे ज़माना मुझसे जल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ ये मौसम ही बदल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ