इस दिल में जो धड़कन बजती है इस सीने पे तो तड़पनी सजती है इक यार नही चलो कोई और सही 'गर प्यार नही दिल का ये ज़ोर सही तेरा नहीं, मेरा नहीं दोष है ये किसका? रूठ गया, टूट गया दिलों का ये रिश- इस रिश्ते की कोई मंज़िल नहीं दिल जो ना टूटे वो तो दिल नहीं जहाँ दिल को हो सुकून उन्हीं रस्तों पे चलना है पूछेगा ना कोई तुम्हें गिरना-संभालना है इन सदमों में सोच-सोच मरेगा दीवाना मुझे प्यार नहीं करना, नही है दिल लगाना वो कसमें, वो यादें हम पे हस भी रही हैं मेरे दिल की बैचेनी, मेरे बस में नही है दूरियों की तलवार, है सीनें मे दी उतार पर सुन तू नही पाया मेरे दिल की पुकार मेरी दुनिया है गोल मुझे कोई ना पहचाने मुझे कोई भी ना पूछे, कोई आए ना मनाने मुझे समझे ना कोई दिलदार, ना समाँ इस दिल की बैचेनी का ना कोई भी इला- तुझे कैसे समझाऊँ? तुझे कितने दूँ ताने? मुझे झूठ लगे सब कुछ, सब हैं बहाने मुझे समझे ना कोई दिलदार, ना समाँ इस दिल की बैचेनी का ना कोई भी इला- तू कौन था ना, ना था मेरा अपना पराया हम गैर थे फिर हमें किस्मत ने मिलाया वो लमहें गुज़ारे अब डसने लगे हैं संग गुज़री वो यादें धुंधली सी अब लगे हैं तुझे सुन जो ना पाता दिल डूब सा जाता पर अब इन आँखों में है खून सा आता साथ नही रह पाऊँगा में पागल हो जाऊँगा जो समझना है समझो अब में नही समझाऊँगा मेरी ग़लती यही है की बुरी में नही चाहता वो बेहिज वो अपना भला भी नही जानता अपने जो भटके बताना मेरा धर्म है वो बेशर्म वो साथ निभाना नहीं जानते मेरी दिल की कश्ती अब डोल रही है बैचेन हवाएँ भी कुछ बोल रही है आसान लगता है मुझे सुलियों पे चड़ जाना पर आएगा ना फिर ये कभी प्यार का ज़माना मेरी दुनिया है गोल मुझे कोई ना पहचाने मुझे कोई भी ना पूछे, कोई आए ना मनाने मुझे समझे ना कोई दिलदार, ना समाँ इस दिल की बैचेनी का ना कोई भी इला- तुझे कैसे समझाऊँ? तुझे कितने दूँ ताने? मुझे झूठ लगे सब कुछ, सब हैं बहाने मुझे समझे ना कोई दिलदार, ना समाँ इस दिल की बैचेनी का ना कोई भी इला- मेरी दुनिया है गोल मुझे कोई ना पहचाने मुझे कोई भी ना पूछे, कोई आए ना मनाने मुझे समझे ना कोई दिलदार, ना समाँ इस दिल की बैचेनी का ना कोई भी इला- तुझे कैसे समझाऊँ? तुझे कितने दूँ ताने? मुझे झूठ लगे सब कुछ, सब हैं बहाने मुझे समझे ना कोई दिलदार, ना समाँ इस दिल की बैचेनी का ना कोई भी इला- मेरी याद