दिल मेरा पूछ रहा है तुझसे "क्या प्यार करोगे मुझसे? मुझसे?" ♪ दिल मेरा पूछ रहा है तुझसे "क्या प्यार करोगे मुझसे? हाँ-हाँ, मुझसे?" ♪ हँसती है, ऐसे तू हँसती है जैसे बहारों में खिलती कली लगती है, तू मुझको लगती है थोड़ी-थोड़ी मनचली पहले से मैं तुझपे मरता था कहने से डरता था ये दास्ताँ आँखों में, ख़्वाबो में, नींदो में तू थी बसी, ओ जाने-जाँ धड़कन पूछ रही है तुझसे "क्या प्यार करोगे मुझसे? हाँ-हाँ, मुझसे?" ♪ इक पल में ना जाने, ना जाने बरसों का अफ़साना कैसे बना? अंजाना, कल था जो अंजाना आशिक़ मेरा बन गया साँसों के घर में बसाऊँगी खुशबू बना के मैं तुझको, सनम चाहूँगी, तुझको ही चाहूँगी मैंने तो ली है कसम चाहत पूछ रही है तुझसे "क्या प्यार करोगे मुझसे? हाँ-हाँ, मुझसे?" दिल मेरा पूछ रहा है तुझसे "क्या प्यार करोगे मुझसे? हाँ-हाँ, मुझसे?"