याद आई बात तेरी तो जान मेरी ये दिल मेरा तनहा तेरे बिन, जी नहीं सका ना मुझको चैन था, ना क़रार था मुझको एक पल इक पल भी मैं तो रह नहीं सका जिया जाए ना जान-ए-जाँ फिर से हूँ मैं यहाँ जान जाए ना जान-ए-जाँ फिर से हूँ मैं यहाँ ♪ हैं वो ही लोग, वो ही जहान है फिर भी लगता है सब नया सा यूँ ही बिन बात के मुस्कुरा रहा कोई ना जाने ये हुआ क्या ख़ाब या सच ये है, तो क्या? ख़ाब सा सच ये हो गया ऐसा हो पाएगा, किसको था ये पता किसने सोच ये था, किसे मैं बोलूँ क्या? जिया जाए ना जान-ए-जाँ फिर से हूँ मैं यहाँ जान जाए ना जान-ए-जाँ फिर से हूँ मैं यहाँ ♪ गौर से देख ले ज़रा हूँ अभी भी वही जो था (जान-ए-जाँ) दो बातें मान ले, मुझ को पहचान ले सच क्या है जान ले के अब तेरे बिना जिया जाए ना जान-ए-जाँ फिर से हूँ मैं यहाँ जान जाए ना जान-ए-जाँ फिर से हूँ मैं यहाँ ♪ याद आई बात तेरी याद आई बात तेरी